Sunday, November 20, 2016

Note of rs. 100

अर्ज़ किया है

यूँ ना खींच मुझे अपनी तरफ
बेबस कर के,
ऐसा ना हो के

खुद से भी बिछड़ जाऊं
और तू भी ना मिले...

*भावार्थ*👇

यहाँ कवि को ATM की लाइन से, दूर पड़ा एक 100 का नोट दिखाई देता है, कवि सोच रहा है, नकली हुआ तो नोट भी गया, लाइन भी...

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