Saturday, December 24, 2016

Jai Patni Rani

https://youtu.be/AkxIgrNP8aI

Friday, December 23, 2016

नर पर नारी भारी

हास्य कविता  **

😀😀😀😀😀😀😀
अक्ल बाटने लगे विधाता,
             लंबी लगी कतारें ।
सभी आदमी खड़े हुए थे,
            कहीं नहीं थी नारी ।

सभी नारियाँ कहाँ रह गई.
          था ये अचरज भारी ।
पता चला ब्यूटी पार्लर में,
          पहुँच गई थी सारी।

मेकअप की थी गहन प्रक्रिया,
           एक एक पर भारी ।
बैठी थीं कुछ इंतजार में,
          कब आएगी बारी ।

उधर विधाता ने पुरूषों में,
         अक्ल बाँट दी सारी ।
ब्यूटी पार्लर से फुर्सत पाकर,
        जब पहुँची सब नारी ।

बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म है,
        नहीं अक्ल अब बाकी ।
रोने लगी सभी महिलाएं ,
        नींद खुली ब्रह्मा की ।

पूछा कैसा शोर हो रहा है,
         ब्रह्मलोक के द्वारे ?
पता चला कि स्टॉक अक्ल का
          पुरुष ले गए सारे ।

ब्रह्मा जी ने कहा देवियों ,
          बहुत देर कर दी है ।
जितनी भी थी अक्ल वो मैंने,
          पुरुषों में भर दी है ।

लगी चीखने महिलाये ,
         ये कैसा न्याय तुम्हारा?
कुछ भी करो हमें तो चाहिए.
          आधा भाग हमारा ।

पुरुषो में शारीरिक बल है,
          हम ठहरी अबलाएं ।
अक्ल हमारे लिए जरुरी ,
         निज रक्षा कर पाएं ।

सोचकर दाढ़ी सहलाकर ,
         तब बोले ब्रह्मा जी ।
एक वरदान तुम्हे देता हूँ ,
         अब हो जाओ राजी ।

थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी ,
         रहे पुरुष पर भारी ।
कितना भी वह अक्लमंद हो,
         अक्ल जायेगी मारी ।

एक औरत ने तर्क दिया,
        मुश्किल बहुत होती है।
हंसने से ज्यादा महिलाये,
        जीवन भर रोती है ।

ब्रह्मा बोले यही कार्य तब,
        रोना भी कर देगा ।
औरत का रोना भी नर की,
        अक्ल हर लेगा ।

एक अधेड़ बोली बाबा ,
       हंसना रोना नहीं आता ।
झगड़े में है सिद्धहस्त हम,
       खूब झगड़ना भाता ।

ब्रह्मा बोले चलो मान ली,
       यह भी बात तुम्हारी ।
झगडे के आगे भी नर की,
       अक्ल जायेगी मारी ।

ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से,
       अंतिम वचन हमारा ।
तीन शस्त्र अब तुम्हे दिए.
       पूरा न्याय हमारा ।

इन अचूक शस्त्रों में भी,
       जो मानव नहीं फंसेगा ।निश्चित समझो,
       उसका घर नहीं बसेगा ।

कहे कवि मित्र ध्यान से,
       सुन लो बात हमारी ।
बिना अक्ल के भी होती है,
       नर पर नारी भारी।

�😇😜😃😂

Thursday, December 22, 2016

नर पर नारी भारी

हास्य कविता  **

😀😀😀😀😀😀😀
अक्ल बाटने लगे विधाता,
             लंबी लगी कतारें ।
सभी आदमी खड़े हुए थे,
            कहीं नहीं थी नारी ।

सभी नारियाँ कहाँ रह गई.
          था ये अचरज भारी ।
पता चला ब्यूटी पार्लर में,
          पहुँच गई थी सारी।

मेकअप की थी गहन प्रक्रिया,
           एक एक पर भारी ।
बैठी थीं कुछ इंतजार में,
          कब आएगी बारी ।

उधर विधाता ने पुरूषों में,
         अक्ल बाँट दी सारी ।
ब्यूटी पार्लर से फुर्सत पाकर,
        जब पहुँची सब नारी ।

बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म है,
        नहीं अक्ल अब बाकी ।
रोने लगी सभी महिलाएं ,
        नींद खुली ब्रह्मा की ।

पूछा कैसा शोर हो रहा है,
         ब्रह्मलोक के द्वारे ?
पता चला कि स्टॉक अक्ल का
          पुरुष ले गए सारे ।

ब्रह्मा जी ने कहा देवियों ,
          बहुत देर कर दी है ।
जितनी भी थी अक्ल वो मैंने,
          पुरुषों में भर दी है ।

लगी चीखने महिलाये ,
         ये कैसा न्याय तुम्हारा?
कुछ भी करो हमें तो चाहिए.
          आधा भाग हमारा ।

पुरुषो में शारीरिक बल है,
          हम ठहरी अबलाएं ।
अक्ल हमारे लिए जरुरी ,
         निज रक्षा कर पाएं ।

सोचकर दाढ़ी सहलाकर ,
         तब बोले ब्रह्मा जी ।
एक वरदान तुम्हे देता हूँ ,
         अब हो जाओ राजी ।

थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी ,
         रहे पुरुष पर भारी ।
कितना भी वह अक्लमंद हो,
         अक्ल जायेगी मारी ।

एक औरत ने तर्क दिया,
        मुश्किल बहुत होती है।
हंसने से ज्यादा महिलाये,
        जीवन भर रोती है ।

ब्रह्मा बोले यही कार्य तब,
        रोना भी कर देगा ।
औरत का रोना भी नर की,
        अक्ल हर लेगा ।

एक अधेड़ बोली बाबा ,
       हंसना रोना नहीं आता ।
झगड़े में है सिद्धहस्त हम,
       खूब झगड़ना भाता ।

ब्रह्मा बोले चलो मान ली,
       यह भी बात तुम्हारी ।
झगडे के आगे भी नर की,
       अक्ल जायेगी मारी ।

ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से,
       अंतिम वचन हमारा ।
तीन शस्त्र अब तुम्हे दिए.
       पूरा न्याय हमारा ।

इन अचूक शस्त्रों में भी,
       जो मानव नहीं फंसेगा ।निश्चित समझो,
       उसका घर नहीं बसेगा ।

कहे कवि मित्र ध्यान से,
       सुन लो बात हमारी ।
बिना अक्ल के भी होती है,
       नर पर नारी भारी।

�😇😜😃😂

नर पर नारी भारी

हास्य कविता  **

😀😀😀😀😀😀😀
अक्ल बाटने लगे विधाता,
             लंबी लगी कतारें ।
सभी आदमी खड़े हुए थे,
            कहीं नहीं थी नारी ।

सभी नारियाँ कहाँ रह गई.
          था ये अचरज भारी ।
पता चला ब्यूटी पार्लर में,
          पहुँच गई थी सारी।

मेकअप की थी गहन प्रक्रिया,
           एक एक पर भारी ।
बैठी थीं कुछ इंतजार में,
          कब आएगी बारी ।

उधर विधाता ने पुरूषों में,
         अक्ल बाँट दी सारी ।
ब्यूटी पार्लर से फुर्सत पाकर,
        जब पहुँची सब नारी ।

बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म है,
        नहीं अक्ल अब बाकी ।
रोने लगी सभी महिलाएं ,
        नींद खुली ब्रह्मा की ।

पूछा कैसा शोर हो रहा है,
         ब्रह्मलोक के द्वारे ?
पता चला कि स्टॉक अक्ल का
          पुरुष ले गए सारे ।

ब्रह्मा जी ने कहा देवियों ,
          बहुत देर कर दी है ।
जितनी भी थी अक्ल वो मैंने,
          पुरुषों में भर दी है ।

लगी चीखने महिलाये ,
         ये कैसा न्याय तुम्हारा?
कुछ भी करो हमें तो चाहिए.
          आधा भाग हमारा ।

पुरुषो में शारीरिक बल है,
          हम ठहरी अबलाएं ।
अक्ल हमारे लिए जरुरी ,
         निज रक्षा कर पाएं ।

सोचकर दाढ़ी सहलाकर ,
         तब बोले ब्रह्मा जी ।
एक वरदान तुम्हे देता हूँ ,
         अब हो जाओ राजी ।

थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी ,
         रहे पुरुष पर भारी ।
कितना भी वह अक्लमंद हो,
         अक्ल जायेगी मारी ।

एक औरत ने तर्क दिया,
        मुश्किल बहुत होती है।
हंसने से ज्यादा महिलाये,
        जीवन भर रोती है ।

ब्रह्मा बोले यही कार्य तब,
        रोना भी कर देगा ।
औरत का रोना भी नर की,
        अक्ल हर लेगा ।

एक अधेड़ बोली बाबा ,
       हंसना रोना नहीं आता ।
झगड़े में है सिद्धहस्त हम,
       खूब झगड़ना भाता ।

ब्रह्मा बोले चलो मान ली,
       यह भी बात तुम्हारी ।
झगडे के आगे भी नर की,
       अक्ल जायेगी मारी ।

ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से,
       अंतिम वचन हमारा ।
तीन शस्त्र अब तुम्हे दिए.
       पूरा न्याय हमारा ।

इन अचूक शस्त्रों में भी,
       जो मानव नहीं फंसेगा ।निश्चित समझो,
       उसका घर नहीं बसेगा ।

कहे कवि मित्र ध्यान से,
       सुन लो बात हमारी ।
बिना अक्ल के भी होती है,
       नर पर नारी भारी।

�😇😜😃😂

Tuesday, December 20, 2016

मास्टरजी एक सवाल पूछें

शरारती बच्चा :मास्टरजी  एक सवाल पूछें

मास्टर जी      :हाँ हाँ पूछो ।
बच्चा          : हाथी को फ्रीज में कैसे रखेंगे ?

मास्टरजी  : बेवकूफ ,हाथी फ्रीज में नहीं जा
                  सकता है ।
बच्चा       : मास्टरजी फ्रीज बहुत बड़ा है ,
                पहले फ्रीज खोलेंगे और हाथी को
                अंदर डाल देंगे 😆😆
बच्चा   :       एक सवाल और पूछूँ ।
मास्टरजी :   हाँ हाँ पूछो ?
बच्चा        : गदहे को फ्रीज में कैसे रखेंगे ?

मास्टरजी : पहले फ्रीज खोलेंगे और गदहे को
                  उस में रख देंगे ।
बच्चा      :गलत जवाब,पहले हाथी को बाहर
            करेंगे फिर गदहे को फ्रीजमें रखेंगे😆
बच्चा  :        एक सवाल और पूछूँ?
मास्टरजी :    हाँ हाँ पूछो ।
बच्चा    : बंदर के जन्मदिन की पार्टी में सभी
            जानवर एवं जीव-जन्तु आए परन्तु
            एक जानवर नहीं आया । उसका
             नाम बतलायें ?
मास्टरजी : शेर नहीं आया होगा क्योंकि वह
                आता तो सभी को खा जाता !
बच्चा : फिर गलत जवाब,गदहा पार्टी में नहीं
          आया क्योंकि गदहे को तो हमने फ्रीज
           में बंद कर दिया  था 😆 😆 😆
बच्चा :  एक सवाल और पूछूँ ?
मास्टरजी :(गुस्से से ) पूछ

बच्चा :    रास्ते में एक नदी है जिसमें एक
             खतरनाक मगरमच्छ रहता है एवं
            उस नदी के ऊपर आने-जाने के लिए
           पुल भी नहीं है,आप नदी कैसे पार
            करोगे ?
मास्टरजी : मैं नाव लेकर नदी पार करूंगा !

बच्चा :        फिर गलत जवाब ।
मास्टर :      ---बोल  कैसे ?
बच्चा  : मास्टरजी इतनी जल्दी नाव कहाँ से
              आपको मिलेगी ,तबतक तो आप
             नदी तैरकर भी पार कर लोगे ।
मास्टर :मगरमच्छ से तेरा बाप बचाएगा ?
बच्चा :मास्टरजी !आप इतना डरते क्यों हो
          ? आपको तो पता है कि;सभी जीव -
           जानवर बंदर की Birthday पार्टी में
         गया हुआ है तो मगरमच्छ नदी में कैसे 
         आ जाएगा      😀😀😀😀 
😭😭मास्टरजी बेहोश हो गए 😭😭😭
हंसना बाद में पहले फारवर्ड करो

पीयो और पीने दो

🍾जब   मैंने  "दारू"
पहली  बार  पी थी,🍾

🍾में  खुद  अपनी  नज़र
में  गिर  गया  था.......🍾

🍾और  मैंने   दारू   छोड़ने    का
फैसला   कर  लिया ?🤗🤗

लेकिन  तब  मैंने,
इन  तमाम  लोगों  के  बारे  में सोचा..... .🤔🤔🤔

किसान-जो अँगूर  उगाते  है।
            👴🏻👴🏻👴🏻

वो "दारू"   फेक्टरी   के  मजदूर,
             🤕🤕🤕

🍾वो  कांच  की  बोतल   की  फेक्टरी में  काम  करने  वाले  मजदूर,

वो "बार" में  नाचने  वाली  गरीब
बार डांसर,💃💃💃

वो "बार"में  काम  करने  वाले वेटर,👲👲👲

🍾वो "कबाड़ी" जो  बोतल  इकट्ठा  कर अपना अपनी  रोजी रोटी कमाते है,🌮🌮🌮

इन सबको  लादकर  चलने वाले गरीब ट्रक ड्राइवर ,🚚🚚🚚

और उनके  बीबी बच्चों के बारे में सोचा  तो मेरी आंख भर आयी,😢😰😢

और बस......
उसी पल फैसला  किया  की  अबसे,😕😕😕

में  रोज  पियूँगा........

क्योंकि .........

"अपने  लिये तो सब जीते  है,
हम तो  गरीबों के लिये पीते है"
👳‍♀👳‍♀👳‍♀👳‍♀👳‍♀👳‍♀👳‍♀👳‍♀👳‍♀

प्लीज़  सेन्ड टू आल फ्रेंड😜

लेट देम आलसो ज्वाइन  अस.....
🍺🍺🍺🍺🍺🍺🍺🍺🍺🍺🍺🍺🍺🍷🍷🍷🍷🍷🍷🍷🍷🍷🍷

जीयो   और  जीने  दो,

पीयो   और  पीने  दो............

मास्टर...बनला पाप बा

ऐ गो मास्टर के दिल के दरद से निकलल भोजपुरी कविता के मजा लेल जाओ

अब बुझाइल ह कि मा़स्टर बनला  पाप बा
                                             
              १
समय से स्कूल आई
करी खूब पढ़ाई,
लईका  लईकी कुछुओ कर सब
करी मत कड़ाई।
मारे के त नाम मत लीही
डॉटहू के अधिकार नईखे,
गलती ओकर माने खातिर
माईयो बाबू तैयार  नईखे।
ओरहन लेके कहवा जाई,
लईका से लंगा बाप  बा
अब बुझाईल ह कि मास्टर बनला  पाप बा......
               २
जे स्कूल के मुँह ना देखलस
बोझा ढोवलस घास के,
उहो शिक्षा दे रहल बा
एम .ए., बी .ए. पास के।
जे करिया अक्षर ना जाने
उ गदहो आके टोक देता,
कुकुर जेकरा लाज न हाया
उहो आके भोंक देता।
रंग जमावता उहो जे,
बिल्कुल अंगूठा छाप बा
अब बुझाईल ह कि मास्टर.बनला  पाप बा...
                  ३
आवता जब छात्रवृत्ति के टायम
त संख्या लागता बढ़े,
जवना के नाम कट गईल बा
उहो लागता पढ़े।
बुझाते नईखे पढ़ाई से
कतना गहरा बा नाता,
जहिये पईसा मिल गइल
तहिये से भईल नापाता।
हाजिरी ओकर बनावत रही,
इ अभिभावक के चाप बा
अब बुझाईल ह कि मास्टर...बनला  पाप बा....
               
                4

पईसा खाता में आवे ताबो भौचर माँगल जाता
किताब ओकरा के बांटे के बा जेकरा नइखे पढ़ाई से नाता
बकरी चरावे वाला अध्यक्ष रोज पैसा के मांग करे
अनपढ़ संयोगिता आ के तरह तरह के स्वांग करे
नौकरी तो लगत बा जैसे ब्रह्मा जी के शाप बा
अब बुझाईल ह कि मास्टर...बनला  पाप बा....

😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀

बड़ा महत्त्व है

*" बड़ा महत्त्व है "* ::: ---
----------------------------------------------
👉 ससुराल में *" साली "* का ..,
👉 बाग में *" माली "* का ..,
👉 होठों में *" लाली "* का ..,
👉 पुलिस में *" गाली "* का ..,
👉 मकान में *"नाली "* का ..,
👉 कान में *" बाली "* का ..,
👉 पूजा में *" थाली "* का ..,
👉 खुशी में *" ताली "* का ... बड़ा महत्त्व है ..,
👉 फलों में *" आम "* का ..,
👉 भगवान में *" राम "* का ..,
👉 मयखाने में *" जाम "* का ..,
👉 फैक्ट्री में *" काम "* का ..,
👉 सुर्खियों में *" नाम "* का ..,
👉 बाजार में *" दाम "* का ..,
👉 मोहब्बत में *" शाम "* का ... बड़ा महत्त्व है ..,
👉 व्यापार में *" घाटा "* का ..,
👉 लड़ाई में *" चांटा "* का ..,
👉 रईसों में *" टाटा "* का ..,
👉 जूत्तों में *" बाटा "* का ... बड़ा  महत्त्व है ..,
👉 फिल्म में *" गाने "* का ..,
👉 झगड़े   में  थाने  का
👉 प्यार में *" पाने "* का ..,
👉 अंधों में *" काने "* का ..,
👉 परिंदों में *" दाने "* का ... बड़ा  महत्त्व है ..,
👉 जिंदगी में *" मोहब्बत "* का ..,
👉 परिवार में *" इज्जत "* का ..,
👉 तरक्की में *" किस्मत "* का ..,
👉 दीवानों में *" हसरत "* का ... बड़ा महत्त्व है ..,
👉 पंछियों में *" बसेरे "* का ..,
👉 दुनिया में *" सवेरे "* का ..,
👉 डगर में *" उजेरे "* का ..,
👉 शादी में *" फेरे "* का ... बड़ा महत्त्व  है
👉 खेलों में *" क्रिकेट "* का ..,
👉 विमानों में *" जेट "* का ..,
👉 शरीर में *" पेट "* का ..,
👉 दूरसंचार में *" नेट "* का ... बड़ा महत्त्व है ..,
👉 मौजों में *" किनारों "* का ..,
👉 गुर्वतों में *" सहारों "* का ..,
👉 दुनिया में *" नजारों "* का ..,
👉 प्यार में *" इशारों "* का ... बड़ा महत्त्व है ..,
👉 खेत में *" फसल "* का ..,
👉 तालाब में *" कमल "* का ..,
👉 उधार में *" असल "* का ..,
👉 परीक्षा में *" नकल "* का ... बड़ा महत्त्व है ..,
👉 ससुराल में *" जमाई "* का ..,
👉 परदेश में *" कमाई "* का ..,
👉 जाड़े में *" रजाई "* का ..,
👉 दूध में *" मलाई "* का ... बड़ा महत्त्व है
👉 बंदूक में *" गोली "* का ..,
👉 पूजा में *" रोली "* का ..,
👉 समाज में *" बोली "* का ..,
👉 त्योहारों में *" होली "* का ..,
👉 श्रृंगार में *" रूप "* का ... बड़ा महत्त्व है ..,
👉 बारात में *" दूल्हे "* का ..,
👉 रसोई में *" चूल्हे "* का ... बड़ा महत्त्व है ..,
👉 सब्जियों में *" आलू "* का ..,
👉 बिहाऱ   में *" लालू "* का ..,
👉 मशाले में *" बालू "* का ..,
👉 जंगल में *" भालू "* का ..,
👉 बोलने में *" तालू "* का ... बड़ा महत्त्व है ..,
👉 मौसम में *" सामण "* का ..,
👉 घर में *" आँगण "* का ..,
👉 दुआ में *" माँगण "* का ..,
👉 लंका में *" रावण "* का ... बड़ा महत्त्व है ..,
👉 चमन में *" बहार "* का ..,
👉 डोली में *" कहार "* का ..,
👉 खाने में *" अचार "* का ..,
👉 मकान में *" दीवार "* का ... बड़ा महत्त्व है ..,
👉 सलाद में *" मूली "* का ..,
👉 फूलों में *" जूली "* का ..,
👉 सजा में *" सूली "* का ..,
👉 स्टेशन में *" कूली "* का ... बड़ा महत्त्व है ..,
👉 पकवानों में *" पूरी "* का ..,
👉 रिश्तों में दूरी "* का ..,
👉 आँखों में *" भूरी "* का ..,
👉 रसोई में *" छूरी "* का ... ... बड़ा महत्त्व है ..,
👉 माँ की *" गोदी "* का ..,
👉 देश में *" मोदीजी "* का ... बड़ा महत्त्व है !
👉 खेत में *" सांप "* का ..,
👉 सिलाई में *" नाप "* का ..,
👉 खानदान में *" बाप "* का 
👉 ... ... ... और ... ...
👉 WhatsApp पर *"आपका "* ... बड़ा महत्त्व है !
:
🙏 महत्त्व कैसा लगा , *" दोस्तो "* ... ... ...

Monday, December 19, 2016

Why the railings are so down.

😜😜😜😜

दो आदमी शराब के नशे में धुत्त होकर रेल की पटरियों के बीचों-बीच जा रहे थे....

पहला : हे भगवान, मैंने इतनी सीढ़ियां पहले कभी नहीं चढ़ीं

दूसरा: अरे सीढ़ियाँ तो ठीक हैं, मैं तो इस बात को लेकर हैरान हूं कि
हाथ से पकड़ने के लिए रेलिंग कितने नीचे लगी हुई हैं .....
😄😄😄😀😀😀😀

Friday, December 16, 2016

video folder पर पहुँचेगी तो क्या करेगी

एक आदमी अपनी बीवी को लेकर घबराया हुआ डॉक्टर की क्लिनिक पर आया और डॉक्टर को हाथ पकड़ कर साइड पर ले गया,
.
डॉक्टर :-क्या हुआ..?
.
आदमी :-डॉक्टर साहब, मेरी बीवी 8GB का memory card निगल गई है,
तब से लगातार गाने गा रही है..! 😐
जल्दी से निकाल दीजिये..!
.
.
डॉक्टर:-कब से गाने गा रही है ?
.
आदमी:-गाने को गोली मारिये डॉक्टर साहब, मेरी तो ये सोच कर हालत ख़राब हो रही है, कि video folder पर पहुँचेगी तो क्या करेगी …!
😜😜😜

Thursday, December 1, 2016

Santa-banta

संता ने एक मक्खी पकड़ी और पंख तोड़ कर बोला: उड़ जा!
मक्खी नहीं उड़ी!
संता: इससे साबित होता है कि मक्खी के पंख तोड़ दो तो वो बैहरी हो जाती है!

😊😊😊

बंता: हमारे देश की औसत मृत्यु दर क्या है?
संता: 100%
बंता: कैसे?
संता: जो पैदा होता है वो मर ही जाता है!

😊😊😊

संता मोबाइल कम्पनी में नौकरी लेने गया तो पहले ही सवाल का जवाब देने पर उसको भगा दिया गया!
सवाल: सबसे बड़ा नेटवर्क कौन सा है?
संता: कार्टून नेटवर्क!

😊😊😊

बंता: मैंने तुम्हें फोन करना था पर तुम्हारा मोबाइल नम्बर भूल गया!
संता: पागल मुझे मैसेज करके पूछ लेता!
बंता: सोरी मेरे दिमाग में तो ये आया हीं नहीं!

😊😊😊

संता ने चैलेंज किया कि वो क़ुतुब मीनार सर पर रख कर मुबई ले जायेगा!
सारे न्यूज़ वाले वहां पहुँच गए!
तब संता बोला: बस कोई उठा के सर पर रख दे!

😊😊😊

बंता: आपको ठण्ड लगती है तो आप क्या करते हो?
संता: मैं हीटर के पास बैठ जाता हूँ!
बंता: अगर फिर भी ठण्ड लगे तो?
संता: तो हीटर ऑन कर लेता हूँ!

😊😊😊

संता: डाक्टर साहब, कोई लम्बी उम्र का तरीका बताइए?
डाक्टर: शादी कर लो!
संता: क्या इससे उम्र लम्बी हो जाएगी?
डाक्टर: नहीं, ये तमन्ना ख़त्म हो जायेगी!

😊😊😊

संता: इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में सबसे पहला किसका ईमेल आई डी था?
बंता: नहीं पता?
संता: शम्मी कपूर! क्योंकि वो ही सबसे पहले बोला याहूऊऊऊऊ ...!

😊😊😊

बंता: हम तो उडती चिड़िया के भी पर गिन लेते हैं!
संता: इसमें कौन सी मुश्किल बात है दो ही तो होते हैं!

😊😊😊
बंता: कोई ऐसा कारोबार बताओ जिसमें ज्यादा मुनाफा हो?
संता: ऐसा करो सर्दियों में सस्ती बर्फ खरीद कर गर्मियों में बेच दो!

😊😊😊

संता: अच्छी बीवी और भूत एक जैसे होते हैं!
बंता: वो क्यों?
संता: क्योंकि इनकी बाते तो सब करते हैं पर आज तक किसी ने इन्हें देखा नहीं!

😊😊😊

बंता: धरती और चाँद का क्या रिश्ता है?
संता: बहन और भाई का!
बंता: वो कैसे?
संता: हम धरती को `धरती माता` कहते हैं और चाँद को `चंदा मामा`!

😊😊😊

बंता: आप तो डॉक्टर के पास जाने वाले थे, क्या हुआ?
संता: यार कल जाऊँगा, आज थोड़ी तबियत ख़राब है!

😊😊😊

संता: कल पापा कुंए में गिर गए बहुत चोट लगी बहुत चिल्ला रहे थे!
बंता: अब वो कैसे है?
संता: ठीक ही होंगे कल से कुंए से कोई आवाज़ नहीं आई!
😊😊😊

बंता: सैंट मैसेज क्या होता है?
संता: कर दी न बेवकूफों वाली बात! सैंट मैसेज का मतलब खुशबु वाला मैसेज यार!

😊😊😊

संता: मैंने आपको ख़त लिखा था फिर भी आप शादी में क्यों नहीं आये?
बंता: मुझे ख़त नहीं मिला!
संता: तो मैंने लिखा तो था कि ख़त मिले या न मिले आना ज़रूर!

😊😊😊

संता: आज मुझे एक मैसेज आया और उसके बाद मेरा फोन बंद हो गया!
बंता: ऐसा क्या मैसेज आया?
संता: बैटरी लो!

😊😊😊

संता: आज सुबह मैं डेंटिस्ट के पास गया था!
बंता: क्या तुम्हारा दांत अभी भी दर्द करता है!
संता: मुझे नहीं पता क्योंकि वो दांत तो डाक्टर ने रख लिया!

😊😊😊

बंता: मान लो आप सोकर उठे हैं तो उसी वक्त आपको पता लगे कि आप लखपति बन गए हैं तो आप क्या करोगे?
संता: मैं फिर से सो जाऊँगा और तब तक सोता रहूँगा जब तक मैं करोड़पति न बन जाऊं!

😊😊😊

बंता: एक लेखक ने लिखा है कि पति को भी घर के मामलों में बोलने का हक होना चाहिये!
संता: वह बेचारा भी लिख ही सका, बोल नहीं सका!
😊😊😊

संता: चल दौड़ लगाते हैं, जो हारेगा वो 1000 रूपये देगा!
बंता: ठीक है पर मुझे रास्ता नहीं पता!
संता: बस तुम मेरे पीछे-पीछे रहना!
बंता: धन्यवाद!

🙏🙏🙏