Monday, May 22, 2017

बेचारा पति


चूंकि बाजार में तरबूज़ आ गए हैं तो बेचारा पति शाम को बड़ा सा तरबूज लेकर घर में घुसा ही था तो देखता है के पत्नी मुंह फुलाये खड़ी है,
फिर पति तरबूज़ वाला थैला रखकर सोचने लगा कि आज जरुर इसे कामवाली बाई अच्छा सूट पहनकर चिढ़ा गयी होगी , फिर सोचा कहीं
पड़ोसन तो नयी साड़ी दिखाकर इसे चटका नहीं गयी ? ,,,
तभी कानों में कर्कश ध्वनि में स्वर गूंजा ,
उठा लाये सड़ा हुआ सा तरबूज ,
अब खुद ही काटना और खाना....
पति ने धीरे से पुचकारा " नाराज़ हो क्या ? "
पत्नी बोली :- तुमने मेरी प्रोफाइल पिक्चर लाइक क्यूँ नहीं की ? ,,,
पति बोला :- अब दिन भर प्रोफाइल पिक्चर बदलती रहोगी तो ऑफिस का काम भी करूँगा कि बस एक यही काम है ? ,,,
पत्नी ( गुस्से से ) :- पंडित जी के सामने सातों वचन कितनी ख़ुशी ख़ुशी लिए थे ? क्यूँ ??
पति :- इसमें शादी के वचन कहाँ से घुस गए ?
मैंने तो यह वचन दिया था कि हमेशा सुख - दुःख में साथ दूंगा
और तब फेसबुक कहाँ थी ?
पत्नी :- अरे , अगर एक लाइक अपनी बीवी को दे देते तो कौन सा अंगूठा घिस जाता ?
लेकिन मेरी ख़ुशी की बात आती है तो सब भूल जाते हो,
उन कर्मजली ऑफिस की औरतों की फोटोज को तो बड़ी लाइक करते हो और कमेंट भी करते हो ,,,
पति ( मक्खन लगाते हुए ):- चलो इसी बात पर अभी दो लाइक ठोक देते हैं और बढ़िया सा कमेंट भी कर देता हूँ !
पत्नी :- अब रहने दो ,
मैंने कबकी बदल ली ,
वो वाली ,
तुम्हारे भरोसे ही थोड़ी बैठी रहती ??
*बेचारे पति ने तरबूज़ अपने सर पर फोड़ लिया है ,,*

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